अन्ना पशुओं द्वारा किसानों की फसल बर्बाद किये जाने पर जताई चिंता

झांसी। बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा की एक आपातकालीन बैठक सिविल लाईन स्थित केन्द्रीय कार्यालय में उपाध्यक्ष केके तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें बुन्देलखण्ड में अन्ना व वन पशुओं द्वारा किसानों की फसल नष्ट किये जाने पर घोर चिंता व्यक्त की गई।
बैठक में केन्द्रीय महामंत्री दिनेश भार्गव ने कहा कि तमाम ऐसे गांव जो मुख्य राजमार्ग से 1 किमी से अधिक दूरी पर बसे है। उन गांव के किसानों की हालत बहुत दयनीय है। आधी से अधिक कृषि योग्य भूमि बिना जोते, बौये छोड़ दी गई। इसका कारण अन्ना व वन पशुआंे से अपनी खेती को नहीं बचा पा रहे है। इसके चलते अनेकों किसानों ने खेती करना बंद कर दिया है। वही कई ऐसे गांव भी है जहां सिंचाई की सुविधा के बगैर भी थोड़ी बहुत पैदावार कर ली जाती हैं तो अन्ना व वन पशुओं के कारण फसल बच नही पाती। ऐसे में गांव उजड़ जाने व किसान महानगरों की ओर पलायन कर जायेगे। उन्होंने कहा कि यदि भारत की अर्थव्यवस्था ठीक रखना है तो गांव, किसान और कृषि को बचाना होगा। बैठक में मनीष गुप्ता, अखिलेश त्रिपाठी, सतेन्द्र पटेल, अरविन्द बादल, सुनील राजपूत, नरेश बुन्देला, पंकज मिश्रा, अवेधश अहिरवार, विवेक कुमार, अनूप दुबे आदि मौजूद रहे। बैठक का संचालन विजय सिंह साहू व सभी का आभार अनिल पाठक ने व्यक्त किया।

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