अन्तिम यात्रा में भी उचित दूरी बनाए दिखे लोग
झांसी। कहते हैं अनुशासन भी दहशत के बिना नहीं सीखा जा सकता। कोरोना वाॅयरस की दहशत इन दिनों भारत में सिर चढ़कर बोल रही है। बीती देर शाम 21 दिन तक लाॅक डाउन की घोषणा होने के बाद लोगों को इस कदर वाॅयरस से डर लग रहा है कि लोग अन्तिम यात्रा में भी उचित दूरी दिखाई दिए। दहशत की यह तस्वीर वीरांगना भूमि झांसी में देखने को मिली,जहां अन्तिम यात्रा में लोग कम संख्या में उचित दूरी बनाकर चल रहे थे।
मंगलवार रात 12 बजे से लाॅक डाउन की खबर आने के बाद बुधवार की सुबह से ही लाॅक डाउन का मिला जुला असर देखने को मिला। गलियों का उपयोग कर लोग अपनी जरुरतों के सामान लेने भागते मिले। इसी दौरान उन्नाव गेट श्यमशान घाट के लिए एक अन्तिम यात्रा निकल रही थी। उसमें करीब 20-25 लोग शामिल थे। बताया गया कि कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित इतवारी गंज निवासी श्याम बाबू खरे की 65 वर्षीय पत्नी गायत्री खरे का निधन हो गया था। उन्हीं की अन्तिम यात्रा में लोग शामिल हुए थे। कोरोना वाॅयरस की दहशत और मुख्यमंत्री के आदेश के चलते भीड़ तो कम थी ही,अन्तिम यात्रा मंे जाने वाले लोग भी उचित दूरी बनाकर चल रहे थे। यह देख सभी लोग अचम्भित हो गए। जो अनुशासन हमें पूरा जीवन हमारे माता-पिता और शिक्षक नहीं सिखा पाए थे। कोरोना वाॅयरस ने महज चंद दिनों में ही सिखा दिया है। साथ ही बची खुची कसर पुलिस और प्रशासन ने पूरी कर दी है।