शिक्षा के विना संभव नहीं है गांवों का विकास : जीतू
बांदा (अनिल शर्मा)। शिक्षा के विना गांवों का विकास संभव नहीं है। शिक्षा से ही समाज को अच्छे संस्कार मिलते हैं। अच्छे संस्कारों से व्यक्ति और समाज का निर्माण होता है। विद्याधाम समिति,और चिन्गारी संगठन सामुदायिक शिक्षा केंद्रो के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का जो प्रयास कर रही है। उससे निश्चित रूप से वंचित समुदाय के बच्चे शिक्षा से जुड़ पाएंगे। यह विचार शनिवार को महुआ ग्राम पंचायत के मजरा राजाराम पुरवा में शिक्षा केंद्र के लोकार्पण के दौरान जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी भाजपा नेता अशोक त्रिपाठी जीतू ने ब्यक्त किये।
श्री त्रिपाठी ने विद्याधाम समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह गांव जिला मुख्यालय के पास है फिर भी विकास की मुख्य धारा से कटा है। सड़क, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय जैसी मूलभूत सुविधाएं यहां अभी तक नही पहुँच पाई हैं। इसके लिए शासन-प्रशासन से बात कर उपरोक्त समस्याओं का समाधान कराया जायेगा। उन्होंने पुरवा के लोगों कोे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया।
समिति के मंत्री राजा भइया ने कहा कि इस गांव में अधिकतर परिवार कुचबंधिया समुदाय से हैं। इनकी सामाजिक रीतरिवाज और परंपराएं अलग हैं। यहां के कई परिवारों को अब तक आवास नहीं मिले। इस समुदाय का कोई भी व्यक्ति 10वीं तक पास नहीं है। गांव में विद्यालय न होने के कारण गांव के सभी बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। सामुदायिक शिक्षा केंद्र के माध्यम से गांव के सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जायेगा। यहां की प्रमुख समस्याओं को शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में लाया जायेगा ताकि समाधान के प्रयास हो सकें।
स्वजा फाउंडेशन के जिला समन्वयक इमरान अली ने रोजगार के इच्छुक परिवारों को रोजगार से जोड़ने की जानकारी दी। चिंगारी संगठन की संयोजिका मुबीना खान ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर परआम और आंवला के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षित करने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम मे अर्चना और प्रभा मिश्रा ने प्रेरक गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर समिति की सीमा, सागर, वंदना, शिवकुमार गर्ग, गुड़िया, मनोज, तारा सहित तमाम महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।